नारी विधि की सुन्दर रचना , सम्मान उसका कीजिए। नारी विधि की सुन्दर रचना , सम्मान उसका कीजिए।
रूढ़िवादिता को बदल के आज नयी सोच का करो आगाज। रूढ़िवादिता को बदल के आज नयी सोच का करो आगाज।
सुन्दर दिखता वो गुलाब अपने साथ लिए कितने कांटे होता है। सुन्दर दिखता वो गुलाब अपने साथ लिए कितने कांटे होता है।
मां तुम इतना प्यार कहां से लाती हो घर को जन्नत बनाती हो। मां तुम इतना प्यार कहां से लाती हो घर को जन्नत बनाती हो।
तब बाबा तुम खिवैया बन प्रकट हुए थे ले संकल्प नव सोच नव कृति संरचना की।। तब बाबा तुम खिवैया बन प्रकट हुए थे ले संकल्प नव सोच नव कृति संरचना की।।
लहरो के शोर मे डुबो लेते हैं हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं । लहरो के शोर मे डुबो लेते हैं हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं ।